नई दिल्ली। रूस की स्पुतनिक-वी कोरोना वैक्सीन (Russia’s Sputnik V COVID-19 vaccine) को 10 दिनों के भीतर भारत में आपात उपयाेग की मंजूरी मिल सकती है। वैक्सीन संबंधी विशेषज्ञ समिति ने एक अप्रैल को डॉ. रेड्डी लैब को इसका और डाटा मुहैया कराने को कहा था। डॉ. रेड्डी लैब भारत में स्पुतनिक-वी का परीक्षण कर रही है।
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स्पुतनिक-वी को गेमालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रबायोलॉजी ने विकसित किया है। ये भी एस्ट्राजैनेका की तरह ही दो खुराक वाली वैक्सीन है। इसे लेकर बड़ी चुनाैती इसकी स्टोरेज की है। इसे -18 डिग्री सेल्सियत तापमान पर रखना होता है। वैक्सीन के फ्रीज वर्जन को 2-8 डिग्री सेल्सियस पर रखा जा सकता है। लिहाजा कंपनी से पूछा गया था कि वह बेहतर कोल्ड स्टोरेज मैनेजमेंट प्लान के बारे में और जानकारी मुहैया कराए।
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बताया जाता है कि पिछले महीने वैक्सीन के मुख्य प्रमोटर रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने 30 कराेड़ से ज्यादा डोज बनाने के लिए भारत की तीन फर्मों के साथ करार का ऐलान किया था। वैक्सीन निर्माताओं का दावा है कि इस वैक्सीन से 91 फीसदी तक सुरक्षा मिलती है। वैक्सीन को अब तक करीब 59 देशों में मंजूरी मिल चुकी है।